तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
$3: 2: 1$
$4: 3: 1$
$2: 1: 3$
$2: 1: 1$
दो घण्टे के पश्चात् एक निश्चित रेडियोएक्टिव समस्थानिक की प्रारम्भिक मात्रा का $\frac{1}{16}$ वां भाग शेष रह जाता है। इस समस्थानिक की अर्द्ध-आयु है
किसी रेडियोऐक्टिव पदार्थ का अर्द्धायु $\mathrm{T}$ है। इसके वास्तविक द्रव्यमान के $\frac{7}{8}$ th भाग को विघटित होने में लगा समय होगा:
रेडियो सक्रिय तत्व $x$ की अर्ध-आयु दूसरे रेडियोसक्रिय तत्व $y$ के माध्य आयु के बराबर है। प्रारम्भ में उनमें परमाणुओं की संख्या समान हो, तो।
एक रेडियोधर्मी पदार्थ का अर्द्ध आयुकाल $1$ वर्ष है। तो $5$ वर्ष के पश्चात् शेष बचा भाग है
कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ क्षयित होकर $80$ दिन में अपनी प्रारम्भिक एक्टिवता का $\left(\frac{1}{16}\right)$ वाँ भाग रह जाता है। दिनों में व्यक्त किए जाने पर इस रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्धायु है।