तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
$3: 2: 1$
$4: 3: 1$
$2: 1: 3$
$2: 1: 1$
दो रेडियोएक्टव पदार्थों, $^{\prime}A^{\prime}$ तथा $^{\prime}B^{\prime}$ के क्षयांक क्रमशः $^{\prime}8$ $\lambda^{\prime}$ तथा $^{\prime} \lambda ^{\prime}$ हैं। प्रारंभ में दोनों के नाभिकों की संख्या समान है। कितने समय के पश्चात् पदार्थ $^{\prime} B ^{\prime}$ में नाभिकों की संख्या का $^{\prime} A ^{\prime}$ में नाभिकों की संख्या से अनुपात $\frac{1}{e}$ होगा?
यदि $30^{\circ}$ मिनिट अर्द्आयु का एक रेडियोएक्टिव तत्व बीटा क्षय के अन्तर्गत हो तो $90 \mathrm{~min}$ के बाद बचे अक्षय रेडियो एक्टिव तत्व का अंश होगा:
अर्द्धआयुकाल से सम्बंधित कौन सा कथन सत्य है
एक पुरातत्ववेत्ता ने इतिहास पूर्व संरचना से लकड़ी का अध्ययन किया और पाया कि ${C^{14}}$ (अर्द्ध-आयु $= 5700$ वर्ष) से ${C^{12}}$ का अनुपात गढ़े हुये $(buried\, plants)$ पौधे की तुलना में एक चौथाई है। लकड़ी की आयु लगभग ...........वर्ष है
एक ही रेडियो न्यूक्ल्यिाइड के दो नाभिकों पर विचार करें इनमें से एक नाभिक एक सुपरनोवा विस्फोट में $5$ विलयन वर्ष पूर्व उत्पन्न हुआ। दूसरा एक नाभिकीय रियेक्टर में $5$ मिनट पूर्व उत्पन्न हुआ है। अगले समय में विघटन की प्रायिकता