एक रेडियोसक्रिय नाभिक दो अलग-अलग प्रक्रियाओं द्वारा विघटित हो सकता है। एक प्रक्रिया के लिये अर्धआयु $3.0$ घण्टे जबकि दूसरी प्रक्रिया के लिये $4.5$ घण्टे है। नाभिक की प्रभावी अर्धआयू होगी:
$3.75$
$0.56$
$0.26$
$1.80$
एक रेडियोएक्टिव तत्व के $N$ परमाणुओं द्वारा प्रति सैकण्ड $n$ अल्फा कण उत्सर्जित होते हैं। तत्व की अर्द्ध-आयु है
एक रेडियोसक्रिय तत्व के विघटित परमाणुओं की संख्या $N$ एवं समय $(t)$ के बीच सही ग्राफ है
$30$ वर्षो में यदि किसी रेडियोसक्रिय पदार्थ को सक्रियता अपने प्रारम्भिक मान से $1 / 16^{\text {th }}$ कम हो जाए तो उसकी अर्द्धायु $.........$ वर्ष होगी।
$\alpha$ -क्षयित हो रहे किसी रेडियोएक्टिव नमूने की अर्धायु $1.4 \times 10^{17}\, s$ है । यदि इस नमूने में नाभिकों की संख्या $2.0 \times 10^{21}$ है, तो इस नमूने की सक्रियता है, लगभग
किसी रेडियोएक्टिव (रेडियोधर्मी) समस्थानिक $^{\prime} X ^{\prime}$ की अर्ध आयु $20$ वर्ष है। विघटित होकर यह $^{\prime} V ^{\prime}$ तत्व में परिवर्तित हो जाता है, जो स्थायी है। किसी चटटान में $^{\prime} X ^{\prime}$ तथा $^{\prime} V ^{\prime}$ का अनुपात $1: 7$ पाया जाता है तो, चटटान की अनुमानित आयु ....... वर्ष होगी: