$+ z$ -अक्ष की दिशा में गमन करती हुई विधुत चुम्बकीय तरंगो से सम्बद्ध विधुत और चुम्बकीय क्षेत्रों को निरूपित किया जा सकता है:
$\left[ {\vec E = {E_0}\hat i,\vec B = {B_0}\hat j} \right]$
$\left[ {\vec E = {E_0}\hat k,\vec B = {B_0}\hat i} \right]$
$\left[ {\vec E = {E_0}\hat j,\vec B = {B_0}\hat i} \right]$
$\left[ {\vec E = {E_0}\hat j,\vec B = {B_0}\hat k} \right]$
एक विघुत चुम्बकीय तरंग का निर्वात में आवृति $2.0 \times 10^{10}\, Hz$ एवं ऊर्जा घनत्व $1.02 \times 10^{-8} J / m ^{3}$ है। तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम का सन्निकट मान .........$nT$ होगा
$\left(\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9} \frac{ Nm ^{2}}{ C ^{2}}\right.$ तथा प्रकाश का वेग $\left.=3 \times 10^{8} ms \right)$ :
$10^{-10}\, m$ तरंगदैर्घ्य की $X-$ किरणों, $6800\, \mathring A$ तरंगदैर्घ्य के प्रकाश, तथा $500\, m$ की रेडियो तरंगों के लिए किस भौतिक राशि का मान समान है?
एक विद्युत-चुम्बकीय तरंग का संचरण $z-$अक्ष के समानान्तर होती है। स्थिति एवं समय परिवर्ती क्षेत्रों (Fields) का कौनसा जोड़ा इस तरंग को उत्पन्न करता है, स्थिति
$8\, W$ के किसी बल्ब से आने वाले विकिरणों द्वारा बल्ब से $10 \,m$ की दूरी के किसी बिन्दु पर, जबकि इस बल्ब की दक्षता $10\, \%$ है और यह बिन्दु स्त्रोत है, उत्पन्न शिखर विधुत क्षेत्र $\frac{x}{10} \sqrt{\frac{\mu_{0} c }{\pi}} \frac{ V }{ m }$ है। यहाँ $x$ का मान $......$ है।
एक विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =(50$ $\left.NC ^{-1}\right) \sin \omega( t - x / c )$ द्वारा दिया जाता है। आयतन $V$ के एक बेलन में सम्मिलित ऊर्जा $5.5 \times 10^{-12} \,J$ है। $V$ का मान $......\,cm ^{3}$ है।
(दिया है $\left.\epsilon_{0}=8.8 \times 10^{-12}\, C ^{2} \,N ^{-1} \,m ^{-2}\right)$