यदि मुक्त आकश में एक विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र में निहित ऊर्जा $\left( U _{ E }\right)$ तथा चुम्बकीय क्षेत्र में निहित ऊर्जा $\left( U _{ B }\right)$ है, तो ?
${U_E} = \frac{{{U_B}}}{2}$
$U_E\,>\,U_B$
$U_E\,<\,U_B$
$U_E\,=\,U_B$
$18\, W / cm ^{2}$ के ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश किसी अपरावर्तक सतह पर अभिलंबवत आपतित होता है। यदि सतह का क्षेत्रफल $20\, cm ^{2}$ हो तो $30$ मिनट की समयावधि में सतह पर लगने वाले औसत बल का परिकलन कीजिए।
आवृत्ति $50\, MHz$ की समतल विध्युत चुम्बकीय तरंग धनात्मक $x -$ दिशा में, मुक्त आकाश में जा रही है। आकाश में एक निश्चित समय तथा बिन्दु पर विध्युत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=6.3 \hat{j}\, V / m$ है, तो इसके संगत चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }$ होगा :
विध्यूत चुम्बकीय तरंगो के गुणों के लिये कौन सा कथन सत्य (सही) नहीं है?
कोई विघुत-चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में वेग $\overrightarrow{ V }= V \hat{ i }$ से गमन कर रही है । किसी क्षण इस विघुत-चुम्बकीय तरंग का विघुत-क्षेत्र दोलन $+ y$ अक्ष के अनुदिश है । तब इस विघुत-चुम्बकीय तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र दोलन की दिशा होगी
$\lambda$ तरंगदैर्ध्य की एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $I$ है। यह धनात्मक $Y$-दिशा में गमन कर रही है। विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र के लिये दिये गये मान्य सम्बन्ध हैं