एक इलेक्ट्रॉन पूर्व दिशा में गति कर रहा है। यदि ऊपर की ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
दक्षिण की ओर
उत्तर की ओर
पश्चिम की ओर
पूर्व की ओर
एक गतिमान आवेश ऊर्जा ग्रहण करेगा
यदि किसी आवेशित कण का आरम्भिक वेग चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् है तो उसका पथ होगा
$x$-अक्ष की धनात्मक दिशा में $u$ वेग से गतिशील एक इलेक्ट्रॉन $y = 0$ स्थिति के लिए एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow B = - {B_0}\hat k$ में प्रवेश करता है, चुम्बकीय क्षेत्र $y$-अक्ष के लम्बवत् है। कुछ समय के बाद इलेक्ट्रॉन क्षेत्र से $y$-निर्देशांक पर वेग से बाहर निकलता है, तब
$q$ आवेश का एक कण $p$ संवेग से गति करता हुआ एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $d$ चौड़ाई के लिए $B$ है, जहाँ $d < \frac{p}{{Bq}}$ । यदि कण चुम्बकीय क्षेत्र को पार करते समय $\theta $ कोण से विचलित हो जाये तब
निम्न में से कौनसा कथन सत्य है