कभी-कभी अत्यधिक ऊर्जायुक्त धनात्मक कण अत्यधिक वेग से आकाश से पृथ्वी की ओर आते हैं। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण ये विक्षेपित होंगे
उत्तर की ओर
दक्षिण की ओर
पूर्व की ओर
पश्चिम की ओर
$m$ द्रव्यमान एवं $q$ आवेश से आवेशित एक कण ${H^ + },\,H{e^ + }$ -अक्ष के अनुदिश $v$ वेग से गति करता हुआ विद्युत क्षेत्र $E$ एवं चुम्बकीय क्षेत्र $B$ में प्रवेश करता है। निम्न में से किस चित्र में आवेश पर लगने वाला बल शून्य हो सकता है
विभवान्तर से त्वरित प्रोटॉन को चित्रानुसार एक अभिलम्बवत् $0.51\;T$ के चुम्बकीय क्षेत्र से गुजारा जाता है। प्रोटॉन अपनी प्रारम्भिक दिशा से ......$^o$ कोण $\theta $ से विचलित होगा
एक गतिमान आवेश ऊर्जा ग्रहण करेगा
यदि किसी आवेशित कण का आरम्भिक वेग चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् है तो उसका पथ होगा
द्रव्यमान $m$ तथा आवेश $q$ का कोई आवेशित कण किसी चुम्बकीय क्षेत्र $B$ के लम्बवत् $r$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर गतिमान है। एक परिक्रमा पूरी करने में कण द्वारा लिया गया समय है