एक इलेक्ट्रॉन एक समान चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{\mathrm{B}}=\mathrm{B}_0 \hat{\mathrm{i}}+2 \mathrm{~B}_0 \hat{\mathrm{j}} \mathrm{T}$ से होकर गति करता है। किसी क्षण इलेक्ट्रॉन वेग $\overrightarrow{\mathrm{u}}=3 \hat{\mathrm{i}}+5 \hat{\mathrm{j}} \mathrm{m} / \mathrm{s}$ है। यदि इलेक्ट्रॉन पर आरोपित चुम्बकीय बल $\overrightarrow{\mathrm{F}}=5e \hat{\mathrm{k}} \mathrm{N}$ न्यूटन हो, जहाँ $\mathrm{e}$ इलेक्ट्रॉन का आवेश है तो $\mathrm{B}_0$ का मान. . . . . . . . . . ${T}$ होगा।

  • [JEE MAIN 2024]
  • A

    $5$

  • B

    $6$

  • C

    $7$

  • D

    $8$

Similar Questions

$4$ परमाणु द्रव्यमान मात्रक (amu) तथा $16$ (amu) के दो आयनों पर क्रमश: $+2 \,e$ तथा $+3 \,e$ का आवेश हैं। ये आयन अचर लम्बवत् चुम्बकीय क्षेत्र के परास से गुजरते हैं। यदि दानों आयनों की गतिज ऊर्जा समान है, तो।

  • [JEE MAIN 2021]

$1\, MeV$ ऊर्जा वाला एक प्रोटॉन (द्रव्यमान $m$ व आवेश $+e$) चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्ताकार मार्ग में घूम रहा है। एक $\alpha $-कण की ऊर्जा (द्रव्यमान $4m$ व आवेश = $+2e$) .........$MeV$ होनी चाहिये जिससे यह समान त्रिज्या के वृत्ताकार  मार्ग में घूम सके

एक इलेक्ट्रॉन जिसका आवेश $1.6 \times {10^{ - 19}}\,C$ और द्रव्यमान $9 \times {10^{ - 31}}\,kg$ है $2 \times {10^{ - 1}}\,tesla$ के चुम्बकीय क्षेत्र में $4 \times {10^6}\,m{s^{ - 1}}$ की चाल से वृत्तीय कक्ष में घूम रहा है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल और वृत्तीय कक्ष की त्रिज्या का मान है

चित्रानुसार, आवेशित और अनावेषित कणों से बनी एक समांतरित (एक दिशिकृत) किरण पुंज किसी पटल पर चिन्हित छिद्र $P$ की ओर निर्देशित है. यदि चित्र के अनुसार वैद्युत और तल के लम्बवत (out of the plane) चुम्बकीय क्षेत्रों को शुरू कर दिया जाए तो निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

  • [KVPY 2020]

एक इलेक्ट्रॉन (द्रव्यमान$ = 9 \times {10^{ - 31}}$ कि ग्रा आवेश $ = 1.6 \times {10^{ - 19}}$ कूलम्ब) $9 \times {10^{ - 5}}$ वेबर/मी$^2$ के चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्ताकार मार्ग पर चक्कर लगा रहा है। इसी इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा $7.2 \times {10^{ - 18}}\,J$ है। मार्ग की त्रिज्या .......$cm$ है