धातु का एक अनावेशित गोला दो आवेशित प्लेटों के बीच चित्र के अनुसार रखा गया है वैद्युत बल रेखाओं की प्रकृति किस प्रकार की होगी
$A$
$B$
$C$
$D$
चित्र में दर्शाए अनुसार $10 \,cm$ भुजा के किसी वर्ग के केंद्र से ठीक $5\, cm$ ऊँचाई पर कोई $+10 \mu C$ आवेश रखा है। इस वर्ग से गुजरने वाले वैध्यूत फ्लक्स का परिमाण क्या है? (संकेत : वर्ग को $10 \,cm$ किनारे के किसी घन का एक फलक मानिए।)
एक घन के अन्दर $e$ परिमाण के आवेश वाले $8$ द्विध्रुव रखे हैं। घन से निर्गत कुल विद्युत फ्लक्स का मान होगा
चित्रानुसार, एक वृत्तीय तार (wire) परिनालिका को घेराबंद करता है परिनालिका में चुम्बकीय फ्लक्स एक नियत दर से इस पृष्ठ के तल से बाहर की ओर बढ़ रहा है. वृत्ताकार तार के परितः दक्षिणावर्त विद्युत वाहक बल $\varepsilon_0$ है. परिभाषा के अनुसार, वोल्टामीटर, दिए गए दो बिन्दुओं के मध्य वोल्टता के अंतर को निम्न समीकरण $V _{ b }- V _{ s }=\int_a^b \bar{E} \cdot d \bar{s}$ के अनुसार मापता है. मान लीजिये कि $a$ और $b$ एक-दूसरे के अत्यणु निकट हैं. तो पथ 1 के अनुरूप $V _{ b }- V _{ a }$ और पथ 2 के अनुरूप $V _{ a }- V _{ b }$ के मान क्रमशः क्या हैं?
विद्युत फ्लक्स का $S.I.$ मात्रक है
यदि एक गोलीय चालक, किसी बंद पृष्ठ से बाहर निकलता हुआ है, तो पृष्ठ से निर्गत कुल फ्लक्स होगा