कोई सदिश किसी स्वेच्छ दिशा में दो (या तीन) सदिशों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है। वे सदिश होंगे
समान्तर सदिश जिनका परिणामी मूल सदिश होगा
परस्पर लम्बवत् सदिश जिनका परिणामी मूल सदिश होगा
स्वेच्छ सदिश जिनका परिणामी मूल सदिश होगा
सदिशों को पृथक करना सम्भव नहीं है
निम्न में से कौनसी राशि सदिश राशि है
आयताकार निर्देशांक पद्धति में किसी कण की स्थिति $(3, 2, 5)$ है। इसका स्थिति सदिश होगा
निम्नांकित सूची में से दो अदिश राशियों को छाँटिए
बल,कोणीय संवेग, कार्य, धारा, रैखिक संवेग, विधुत क्षेत्र, औसत वेग, चुंबकीय आघूर्ण, आपेक्षिक वेग।
यदि सदिश $\mathop P\limits^ \to $ $X, Y $ तथा $Z$ अक्षों के साथ क्रमश:$\alpha, \beta\ $ तथा $ \gamma$ कोण बनाये तो ${\sin ^2}\alpha + {\sin ^2}\beta + {\sin ^2}\gamma $ का मान होगा
कार्तीय निर्देशांक पद्धति में तीन सदिश निम्न प्रकार प्रदर्शित हैं
$\mathop a\limits^ \to = 4\hat i - \hat j$, $\mathop b\limits^ \to = - 3\hat i + 2\hat j$ तथा $\mathop c\limits^ \to = - \hat k$
जहाँ $\hat i,\,\hat j,\,\hat k$ क्रमश: $X, Y$ और $Z-$ अक्ष के सापेक्ष इकाई सदिश है। इन सदिशों के संयोग के अनुदिश इकाई सदिश $\hat r$ है