किसी प्रक्षेप्य के परवलयाकार पथ के उच्चतम बिन्दु पर इसके वेग एवं त्वरण की दिशायें होंगी
परस्पर लम्बवत्
परस्पर समांतर
परस्पर $45°$ के कोण पर
परस्पर के प्रति समांतर
एक गेंद को $30^\circ $उन्नयन कोण पर ${V_o}$ वेग से प्रक्षेपित किया जाता है। निम्न में से सत्य कथन छांटिये
दो गेंदें एक ही वेग से परन्तु क्षैतिज से अलग अलग कोणों पर प्रक्षेपित की जाती हैं. उनके परास एक बराबर हैं. यदि एक गेंद का प्रक्षेपण कोण $30^{\circ}$ है तथा गेंद को प्राप्त अधिकतम ऊंचाई का मान $h$ है तो दूसरी गेंद द्वारा प्राप्त अधिक्तम ऊंचाई का मान कितना होगा?
क्षैतिज से उपर की और $30^{\circ}$ का कोण बनाते हुए एक क्रिकेट गेंद $28\, m s ^{-1}$ की चाल से फेंकी जाती है ।
$(a)$ अधिकतम ऊँचाई की गणना कीजिए
$(b)$ उसी स्तर पर वापस पहुँचने में लगे समय की गणना कीजिए, तथा
$(c)$ फेंकने वाले बिंदु से उस बिंदु की दूरी जहाँ गेंद उसी स्तर पर पहुँची है, की गणना कीजिए
$5 \,g$ द्रव्यमान के कण की प्रक्षेप गति को चित्र द्वारा दर्शाया गया है:
वायु के प्रतिरोध को उपेक्षणीय मानते हुए, कण का प्रारम्भिक वेग $5 \sqrt{2}\, ms ^{-1}$ है। बिन्दुओं $A$ और $B$ के मध्य संवेग के परिमाण में हुए, परिवर्तन का मान $x \times 10^{-2} \,kgms ^{-1}$ है। $x$ का मान निकटतम पूर्णांक में $.........$ है ।
एक प्रक्षेप्य को पृथ्वी की सतह से $5$ मी/से के वेग से क्षैतिज दिशा से $\theta$ कोण पर छोड़ा जाता है। किसी अन्य ग्रह से $3$ मी/से के वेग तथा इसी कोण $(\theta)$ पर छोड़े गये एक प्रक्षेप्य का प्रक्षेप पथ, पृथ्वी से छोड़े गये प्रक्षेप्य के प्रक्षेप पथ के सर्वसम (सर्वथा समान) है। यदि पृथ्वी पर $g =9.8$ मी/से$^2$ है तो, इस ग्रह पर गुरुत्वीय त्वरण का मान मी/से $^{2}$ में होगा।