$1.00\,(M)$ $\,HCN\,$ विलयन के एक लीटर में ${H^ + }$ आयन की गणना कीजिए $({K_a} = 4 \times {10^{ - 10}})$
$4 \times {10^{ - 14}}$ मोल$/$लीटर
$2 \times {10^{ - 5}}$ मोल$/$लीटर
$2.5 \times {10^{ - 5}}$ मोल$/$लीटर
इनमें से कोई नहीं
वियोजन स्थिरांक ${K_a}$ एवं सान्द्रण $c$ के दुर्बल अम्ल में $ [H+] $ बराबर होता है
$0.004\, M$ हाइड्रेजीन विलयन का $pH\, 9.7$ है। इसके $K_{b}$ तथा $p K_{b}$ की गणना कीजिए।
$0.1\,M$ एकल क्षारीय अम्ल का $pH\, 4.50$ है। साम्यावस्था पर $H ^{+}$, $A ^{-}$ तथा $HA$ की सांद्रता की गणना कीजिए। साथ ही एकल क्षारीय अम्ल के $K _{ a }$ तथा $pK _{ a }$ के मान की भी गणना कीजिए।
यदि $0.05 \,M$ ऐसीटिक अम्ल के $pK _{ a }$ का मान $4.74$ है, तो आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए। यदि इसे (अ) $0.01\, M$ (ब) $0.1\, M\, HCl$ विलयन में डाला जाए, तो वियोजन की मात्रा किस प्रकार प्रभावित होती है ?
निम्नलिखित अभिक्रियाओं $(a)$,$(b)$ और $(c)$ के लिए आयनन स्थिरांक क्रमशः $K _{ a _1}, K _{ a _2}$ एवं $K _{ a _3}$ हैं:-
$(a)$ $H _2 C _2 O _4 \rightleftharpoons H ^{+}+ HC _2 O _4^{-}$
$(b)$ $HC _2 O _4^{-} \rightleftharpoons H ^{+}+ HC _2 O _4^{2-}$
$(c)$ $H _2 C _2 O _4 \rightleftharpoons 2 H ^{+}+ C _2 O _4^{2-}$
$K _{ a _1}, K _{ a _2}$ एवं $K _{ a _3}$ में सम्बन्ध है :-