$8$ सेमी भुजा के एक वर्ग के चारों कोनों पर $ + \frac{{10}}{3} \times {10^{ - 9}}C$ के आवेश में रखे गये हैं। विकर्णों के प्रतिच्छेद बिन्दु पर विभव होगा
$150\sqrt 2 \,$ वोल्ट
$1500\sqrt 2 \,$ वोल्ट
$900\sqrt 2 \,$ वोल्ट
$900\,$ वोल्ट
दो आवेश $12\,\mu C$ एवं $ - 6\,\mu C$, वायु में एक दूसरे से $20$ सेमी. की दूरी पर रखे हैं। आवेशों को जोड़ने वाली रेखा पर आवेशों के बाहर किसी बिन्दु $P$ पर यदि परिणामी विभव शून्य है तो बिन्दु $P$ की $ - 6\,\mu C$ आवेश से दूरी ....मीटर होगी
किसी वर्ग के चार कोनों पर बिन्दु आवेश $-Q,-q, 2 q$ तथा $2 Q$ क्रमशः रखे गये हैं। $Q$ तथा $q$ के बीच क्या संबंध होना चाहिये, ताकि वर्ग के केन्द्र पर विभव शून्य हो जाए :
एक क्षेत्र में एकसमान स्थिर वैद्युत क्षेत्र उपस्थित है। यहाँ एक बिन्दु $P$ पर केन्द्रित एक गोले के विभिन्न बिन्दुओं पर विभव का मान $589.0 \;V$ व $589.8 \;V$ सीमाओं के बीच पाया जाता है। इस गोले के पृष्ठ पर वह बिन्दु, जिसका त्रिज्या वेक्टर विद्युत क्षेत्र से $60^{\circ}$ का कोण बनाता है, पर विभव का मान क्या होगा ?
एक $R$ त्रिज्या के खोखले चालक गोले के पृष्ठ पर $( + Q)$ आवेश वितरित है। गोले के अन्दर केन्द्र से $r = \frac{R}{3}$ दूरी पर विद्युत विभव होगा
अलग-अलग अर्धव्यासों के दो गोलों को समान आवेश दिया जाता है। विभव