दो आवेश $ + \,q$ और $ - \,q$ एक निश्चित दूरी पर हैं, उनके बीचों बीच स्थित बिन्दु पर
विद्युत क्षेत्र और विभव दोनों शून्य हैं
विद्युत क्षेत्र शून्य है परन्तु विभव शून्य नहीं है
विद्युत क्षेत्र शून्य नहीं है किन्तु विभव शून्य है
विद्युत क्षेत्र और विभव कोई भी शून्य नहीं है
$125$ छोटी-छोटी पारे की बूँदों को मिलाकर एक बड़ी बूँद बनायी गयी है। इस पर विभव $2.5\, V$ है। प्रत्येक छोटी बूँद पर विभव .......$V$ होगा
अनंत लम्बाई का एक पतला तार, जिसका एकसमान रेखीय आवेश घनत्व $5 nC / m$ है, को $1 \ m$ त्रिज्या की एक गोलीय सतह को भेदकर, चित्रानुसार रखा है| गोलीय सतह पर $10 \ nC$ आवेश एकसमान रूप से वितरित है। यदि आवेशों का अभिविन्यास स्थैतिक है, तो बिंदुओं $P$ तथा $R$ के बीच के विभवान्तर का वोल्ट में परिमाण ........... होगा| [दिया है: SI इकाई में $\frac{1}{4 \pi \epsilon_0}=9 \times 10^9, \ln 2=0.7$; तार द्वारा छेदित क्षेत्र नगण्य मानिये|]
अलग-अलग अर्धव्यासों के दो गोलों को समान आवेश दिया जाता है। विभव
चार आवेश $ + Q,\, - Q,\, + Q,\, - Q$ एक वर्ग के चारों कोनों पर क्रम में रखे हैं। वर्ग के केन्द्र पर
$b$ भुजा वाले एक घन के प्रत्येक शीर्ष पर $q$ आवेश है। इस आवेश विन्यास के कारण घन के केंद्र पर विध्यूत विभव तथा विध्यूत क्षेत्र ज्ञात कीजए।