त्रिज्या $R$ आवेशित धात्विक पतले खोल के केन्द्र से त्रिज्या दूरी $r$ के साथ स्थिर विधुत विभव के विचरण को दर्शाने वाला ग्राफ है
$R$ त्रिज्या के गोलीय चालक के केन्द्र से $R/2$ दूरी पर विभव होगा
मरकरी की $512$ सर्वसम बूंदों में से प्रत्येक को $2\, V$ के विभव तक आवेशित किया गया है। इन सभी बूंदों को मिलाकर एक बड़ी बूंद बनायी गयी है। इस बड़ी बूंद का विभव $.......\,V$ है।
निम्न चित्र में प्रदर्शित दो समान्तर धात्विक प्लेटों के विभव अलग अलग हैं। यदि एक इलेक्ट्रॉन को प्लेटों के मध्य छोड़ दिया जाये तो यह गति करेगा
$10\, C$ समान आवेश के क्रमश: $20\,cm$ और $15\,cm$ त्रिज्या के दो विद्युत रोधित गोलों को एक ताँबे के तार से जोड़कर फिर अलग कर लिया जाता है तो
एक पतला गोलीय कोश किसी स्रोत द्वारा आवेशित किया गया है।प्रदर्शित चित्र के अनुसार दो बिन्दुओं $C$ व $P$ के बीच विभवान्तर (वोल्ट में) है:
(दिया है $\frac{1}{4 \pi \epsilon_0}=9 \times 10^9 \mathrm{SI}$ मात्रक में)