निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प की पहचान कीजिए -
रुथरफोर्ड मॉडल की निम्नतम कक्षा में इलेक्ट्रॉन स्थाई साम्यावस्था में होते है, जबकि थॉमसन मॉडल में इलेक्ट्रॉन सदैव एक कुल बल अनुभव करता है।
रुथरफोर्ड मॉडल में परमाणु में द्रव्यमान का वितरण लगभग सतत् होता है किन्तु थॉमसन मॉडल में द्रव्यमान वितरण उच्च रूप से असमान होता है।
रुथरफोर्ड मॉडल पर आधारित चिरसम्वत् परमाणु ढहने की कगार पर होता है।
रुथरफोर्ड मॉडल में धनात्मक आवेश अधिकतम द्रव्यमान को धारण करता है जबकि थॉमसन मॉडल में नहीं।
क्लासिकी वैध्यूतचुंबकीय सिद्धांत के अनुसार, हाइड्रोजन परमाणु में प्रोटॉन के चारों ओर परिक्रामी इलेक्ट्रॉन द्वारा उत्सर्जत प्रकाश की प्रारंभिक आवृत्ति परिकलित कीजिए।
एक प्रोटोन को सीधे एक नाभिक $( Q =120 e$, जहाँ $e$ इलेक्ट्रोनिक आवेश है) की ओर बहुत दूर से दागा जाता है। यह प्रोटॉन नाभिक से $10 \ fm$ की निकटतम दूरी तक पहुँचता है। प्रोटोन के चलना आरम्भ करते समय उसकी de Broglie तरंग दैर्ध्य ( $fm$ में) क्या है ? (मानें : प्रोटॉन का द्रव्यमान, $m _{ p }=\frac{5}{3} \times 10^{-27} kg \frac{ h }{ e }=4.2 \times 10^{-15} J . s / C ; \frac{1}{4 \pi \varepsilon_0}=9 \times 10^9 m / F ; 1 fm =$ $\left.10^{-15} m \right)$
यदि प्रकृति में मुख्य क्वाण्टम संख्या $n > 4$ तत्व नहीं होते, तो संभव तत्वों की संख्या होती
रदरफोर्ड का $\alpha$-प्रकीर्णन प्रयोग दर्शाता है कि परमाणु में होता है
किसी कक्षा में घूम रहे इलेक्ट्रॉन के आवर्तकाल एवं इसकी कक्षा संख्या के बीच सही सम्बन्ध है