निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प की पहचान कीजिए -
रुथरफोर्ड मॉडल की निम्नतम कक्षा में इलेक्ट्रॉन स्थाई साम्यावस्था में होते है, जबकि थॉमसन मॉडल में इलेक्ट्रॉन सदैव एक कुल बल अनुभव करता है।
रुथरफोर्ड मॉडल में परमाणु में द्रव्यमान का वितरण लगभग सतत् होता है किन्तु थॉमसन मॉडल में द्रव्यमान वितरण उच्च रूप से असमान होता है।
रुथरफोर्ड मॉडल पर आधारित चिरसम्वत् परमाणु ढहने की कगार पर होता है।
रुथरफोर्ड मॉडल में धनात्मक आवेश अधिकतम द्रव्यमान को धारण करता है जबकि थॉमसन मॉडल में नहीं।
क्लासिकी वैध्यूतचुंबकीय सिद्धांत के अनुसार, हाइड्रोजन परमाणु में प्रोटॉन के चारों ओर परिक्रामी इलेक्ट्रॉन द्वारा उत्सर्जत प्रकाश की प्रारंभिक आवृत्ति परिकलित कीजिए।
रदरफोर्ड के प्रकीर्णन प्रयोग में जब आवेश $Z_{1}$ और द्रव्यमान $M _{1}$ का प्रक्षेप्य आवेश $Z _{2}$ और द्रव्यमान $M _{2}$ के लक्ष्य केन्द्रक तक पहुँचता है तो निकटतम पहुँच की दूरी $r _{0}$ होती है। प्रक्षेप्य की ऊर्जा :-
चिरसम्मत मत से, रदरफोर्ड परमाणु में इलेक्ट्रॉन का पथ होता है
मान लीजिए कि स्वर्ण पन्नी के स्थान पर ठोस हाइड्रोजन की पतली शीट का उपयोग करके आपको ऐल्फा-कण प्रकीर्णन प्रयोग दोहराने का अवसर प्राप्त होता है। (हाइड्रोजन $14 K$ से नीचे
नीचे दो कथन दिए गए है :
कथन-$I$ : परमाणु का अधिकतम द्रव्यमान तथा इसका समस्त धनावेश एक छोटे से भाग नाभिक में पाया जाता है तथा इलेक्ट्रॉन इसके चारों और परिक्रमा करते है, यह रदरफोर्ड मॉडल है।
कथन-$II$ : परमाणु धनावेश का एक गोलीय बादल है जिसमें इलेक्ट्रॉन धंसे रहते है, यह रदरफोर्ड मॉडल का एक विशिष्ट रूप है।
उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए।