एक पतले गोलीय कोश (shell) का केन्द्र उद्गम पर है व त्रिज्या $R$ है। उस पर धनावेश इस प्रकार वितरीत है कि पष्ठ-घनत्व एकसमान है। विधुत क्षेत्र के मान $|\vec{E}(r)|$ और विधुत -विभव $V(r)$ का , केन्द्र से दूरी $r$ के साथ बदलाव का सर्वोत्तम वर्णन किस ग्राफ में है।

  • [IIT 2012]
  • A
    223436-a
  • B
    223436-b
  • C
    223436-c
  • D
    223436-d

Similar Questions

धातुओं के बने हुए दो गोलाकार समकेन्द्रीय खोलों की त्रिज्या $R$ और $4 R$ है तथा इन पर क्रमश: $Q _{1}$ और $Q _{2}$ आवेश हैं। यदि दोनों खोलों पर सतहीय आवेश घनत्व (surface charge density) समान हो तो विभवान्तर $V ( R )- V (4 R )$ का मान है :

  • [JEE MAIN 2020]

दो बिन्दु आवेश $-Q$ और $+Q / \sqrt{3} xy$-समतल पर क्रमशः मूल बिन्दु $(0,0)$ तथा एक बिन्दु $(2,0)$ पर रखे हैं, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। इसके फलस्वरूप $xy$-समतल पर त्रिज्या $R$ तथा विभव $V =0$ का एक समविभव (equipotential) वृत्त बनता है जिसका केन्द्र $(b, 0)$ है। सभी लम्बाईयों की इकाई मीटर (meter) में है।

($1$) $R$ का मान. . . . मीटर है। 

($2$) $b$ का मान. . . .मीटर है।

दिये गए सवाल का जवाब दीजिये ($1$) और ($2$)

  • [IIT 2021]

आवेश $Q,$ एक $L$ लम्बाई की छड़ $AB$ चित्र में दर्शाया गया है, पर समान रूप से वितरित हो जाता है। छड़ के सिरे $A$ से $L$ दूरी पर स्थित बिन्दु $O$ पर विघुत विभव का मान होगा

  • [JEE MAIN 2013]

$1.5\, \mu C$ और $2.5\, \mu C$ आवेश वाले दो सूक्ष्म गोले $30 \,cm$ दूर स्थित हैं।

$(a)$ दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के मध्य बिंदु पर, और

$(b)$ मध्य बिंदु से होकर जाने वाली रेखा के अभिलंब तल में मध्य बिंदु से $10\, cm$ दूर स्थित किसी बिंदु पर विभव और विध्यूत क्षेत्र ज्ञात कीजिए।

चाँदी (परमाणु संख्या = $47$) के नाभिक की त्रिज्या $3.4 \times {10^{ - 14}}\,m$ है। नाभिक की सतह पर विद्युत विभव होगा $(e = 1.6 \times {10^{ - 19}}\,C)$