एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =50 \sin \left(500 x -10 \times 10^{10} t \right)\, V / m$ दिया गया है। माध्यम में विधुतचुम्बकीय तरंग का वेग है।
(दिया है $C =$ निर्वात में प्रकाश की चाल)
$\frac{3}{2} {C}$
$C$
$\frac{2}{3} C$
$\frac{{C}}{2}$
विद्युत चुम्बकीय तरंग के कम्पित विद्युत एवं चुम्बकीय सदिश निर्देशित होते हैं
यदि किसी विद्युतचुम्बकीय तरंग की आवृत्ति $60 \mathrm{MHz}$ है तथा यह वायु में $\mathrm{z}$-अक्ष की धनात्मक दिशा के अनुदिश संचरित होती है तब इसके संगत वैद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र एक दूसरे के परस्पर लम्बवत है। तरंगदैर्ध्य (मीटर में) है :
किसी उपकरण में विद्युत क्षेत्र $18 V/m$ के आयाम से दोलन करता है, तो दोलित चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा
माना कि लेजर प्रकाश की तीव्रता $\left(\frac{315}{\pi}\right) W / m ^{2}$ है। इस स्त्रोत के संगत $rms$ विधुत क्षेत्र का निकटतम मान $v / m$ की इकाई में निकटतम पूर्णांक में हैं I
$\left(\epsilon_{0}=8.86 \times 10^{-12} C ^{2} Nm ^{-2} ; c =3 \times 10^{8} ms ^{-1}\right)$
किसी एक स्रोत से $8.2 \times {10^6}Hz$ आवृत्ति की विद्युत-चुम्बकीय तरंगें प्रेषित होती हैं, तो इस तरंग की तरंगदैध्र्य .....$m$ होगी