इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा बढ़ाई जा सकती है यदि
इन्हें विद्युत विभव से गिरने दिया जाये
इन्हें चुम्बकीय क्षेत्र में गति कराया जाये
इन्हें काफी ऊँचाई से गिरने दिया जाये
इन्हें सीसे के गुटके से गुजारा जाये
थॉमसन के प्रयोग में फोटोग्राफिक प्लेट से टकराने वाले सभी धनात्मक किरणों के लिए $q/m$ का मान समान हो तो पथ का स्वरूप होगा
$‘e’$ कूलॉम आवेश का एक इलेक्ट्रॉन $V$ वोल्ट विभवान्तर से त्वरित होता है तो इसकी ऊर्जा जूल में होगी
कैथोड किरणों के सम्बन्ध में क्या सत्य नहीं है
निर्वात नलिकाओं में ऑक्साइड लेपित तन्तु का उपयोग किया जाता है क्योंकि आवश्यक रूप से
थॉमसन के प्रयोग में तीन आवेशित कण जिनके आवेश $1 : 3 : 5$ के अनुपात में हैं, पर्दे के एक ही स्थान को प्रकाशित करते हैं। इनके द्रव्यमानों का अनुपात होगा