एक धन आवेशित कण प्रारम्भ में $x-y$ तल में $x$-अक्ष के अनुदिश गति कर रहा है। बिन्दु $P$ पर, अचानक इसके मार्ग में परिवर्तित होता है। यह परिवर्तन $P$  के बाहर स्थित विद्युत क्षेत्र $(E)$ और/या चुम्बकीय क्षेत्र $(B)$ के कारण होता है। वक्राकार मार्ग $x-y$ तल में दर्शाया गया है, एवं यह मार्ग वृत्ताकार नहीं है। निम्न में से कौनसा विकल्प सम्भव है

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  • [IIT 2003]
  • A

    $\overrightarrow E = 0;\,\overrightarrow B = b\hat i\, + c\hat k$

  • B

    $\overrightarrow E = ai;\,\overrightarrow B = c\hat k\, + a\hat i$

  • C

    $\overrightarrow E = 0;\,\overrightarrow B = c\hat j\, + b\hat k$

  • D

    $\overrightarrow E = ai;\,\overrightarrow B = c\hat k\, + b\hat j$

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वर्णित हेल्महोल्टज कुंडलियों का उपयोग करके किसी लघुक्षेत्र में $0.75\, T$ का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र स्थापित किया है। इसी क्षेत्र में कोई एकसमान स्थिरवैध्यूत क्षेत्र कुंडलियों के उभयनिष्ठ अक्ष के लंबवत लगाया जाता है। (एक ही प्रकार के ) आवेशित कणों का $15 \,kV$ विभवांतर पर त्वरित एक संकीर्ण किरण पुंज इस क्षेत्र में दोनों कुंडलियों के अक्ष तथा स्थिरवैध्यूत क्षेत्र की लंबवत दिशा के अनुदिश प्रवेश करता है। यदि यह किरण पुंज $9.0 \times 10^{-5}\, V m ^{-1}$, स्थिरवैध्यूत क्षेत्र में अविक्षपित रहता है तो यह अनुमान लगाइए कि किरण पुंज में कौन से कण हैं। यह स्पष्ट कीजिए कि यह उत्तर एकमात्र उत्तर क्यों नहीं है।

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  • [AIPMT 1993]

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