एक प्रक्षेप्य के लिए, अधिकतम ऊँचाई एवं उड्डयन काल के वर्ग का अनुपात है ($g = 10 ms^{-2}$)
$5:4$
$5:2$
$5:1$
$10:1$
किसी प्रक्षेप्य के मार्ग के शिखर पर त्वरण होता है
एक कण किसी समतल में नियत त्वरण से किन्तु प्रारंभिक वेग की दिशा से भिन्न दिशा में गति करता है। कण का बिन्दुपथ होगा
रेलगाड़ी की खिड़की से एक पत्थर छोड़ा जाता है। यदि रेलगाड़ी क्षैतिज सीधी पटरियों पर जा रही है, तो पत्थर का पथ जमीन पर टकराते समय होगा
एक गोली बन्दूक से $500 $ मी/सैकण्ड के वेग से $15^°$ प्रक्षेपण कोण पर छोड़ी जाती है। यदि $g = 10$ मी/सैकण्ड$^2$ हो तो क्षैतिज परास है