सरल लोलक के लिये $L$ व $T $ के बीच ग्राफ होगा
अतिपरवलय
परवलय
एक वक्रीय रेखा
एक सरल रेखा
$T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{g}} $
$l \propto {T^2}$ (परवलय का समीकरण)
एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
यदि सरल लोलक की लम्बाई $300\% $ बढ़ा दी जाए तो आवर्तकाल ….. $\%$ बढ़ जायेगा
लकड़ी के किसी बेलनाकार गुटके (ब्लॉक) की लम्बाई $54 \; cm$, तथा घनत्व $650 \; kg m ^{-3}$ है। इसके आधार का क्षेत्रफल $30 \; cm ^{2}$ है, और यह $900 \; kg m$ घनत्व वाले द्रव में तैर रहा है (प्लवमान है)। इस ब्लॉक को थोड़ा सा नीचे की ओर दबाकर छोड़ दिया जाता है। परिणाम स्वरूप उत्पत्र इसके दोलनों का आवर्तकाल, किस लम्बाई (लगभग) के सरल लोलक के आवर्तकाल के बराबर होगा ?
एक स्थिर लिफ्ट की छत से टंगे हुये सरल लोलक का दोलनकाल $T$ है। यदि परिणामी त्वरण $g/4$ हो जाता है, तो सरल लोलक का दोलनकाल होगा
$2$ मीटर लम्बी एक एकसमान छड़ एक सिरें के द्वारा लटक रही है, तथा यह गुरुत्व के अन्तर्गत कम आयाम के दौलन करने के लिये व्यवस्थित है दौलन आवर्तकाल है, लगभग …. सैकण्ड
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