एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
एकसमान त्वरण से नीचे आ रहा है
पृथ्वी के चारों ओर भूस्थायी कक्षा में घूमता है
एकसमान वेग से ऊपर की ओर गतिशील है
एकसमान त्वरण से ऊपर जा रहा है
उस सरल लोलक की लंबाई क्या है, जो हर सेकंड के बाद टिक करता है ?
एक सरल लोलक को लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। जब लिफ्ट स्थिर है, तब लोलक का आवर्तकाल $T$ है। यदि परिणामी त्वरण $g/4,$ हो जाए, तब लोलक का नया आवर्तकाल होगा
सरल लोलक की लम्बाई में $2\% $ की वृद्धि कर देने पर उसके आवर्तकाल में
चंद्रमा के पृष्ठ पर गुरुत्वीय त्वरण $1.7\, m s ^{-2}$ है । यदि किसी सरल लोलक का पृथ्वी के पृष्ठ पर आवर्तकाल $3.5\, s$ है, तो उसका चंद्रमा के पृष्ठ पर आवर्तकाल कितना होगा ? (पृथ्वी के पृष्ठ पर $\left.g=9.8\, m\, s ^{-2}\right)$
एक लोलक जिसकी लम्बाई $l$ है, के गोलक को पकड़कर $\theta $ कोण से विस्थापित करके छोड़ दिया जाता है। लोलक का मध्यमान स्थिति में वेग $v$ है, तब $v$ का मान है