$5\,cm$ भुजा के वर्ग के चारों कोनों पर चित्र में दिखाये अनुसार आवेश रखे हैं यदि $Q = 1\,\mu C$ तो वर्ग के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी
$1.02 \times {10^7}N/C$ ऊपर की ओर
$2.04 \times {10^7}N/C$ नीचे की ओर
$2.04 \times {10^7}N/C$ ऊपर की ओर
$1.02 \times {10^7}N/C$ नीचे की ओर
$R$ त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर $q$ आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है
एक गुटका एक स्प्रिंग (बल नियतांक $k$) की सहायता से एक सामान्तर प्लेट संधारित्र की ऊपरी प्लेट से चित्रानुसार लटका है। जब गुटके पर कोई आवेश नहीं है, तब इसका आवर्तकाल $T$ है। यदि गुटके को $q $ आवेश दे दिया जाये तब इसमें दोलनों का आवर्तकाल होगा
एक आवेशित खोखला गोला विद्युत क्षेत्र उत्पन्न नहीं करता
एक पतली डिस्क ( चक्रिका) की त्रिज्या $' b'$ है। इसमें बने एक संकेन्द्री छिद्र (छेद) की त्रिज्या $' a '$ है। $( b =2 a )$ । डिस्क पर एकसमान पृष्ठ आवेश $\sigma$ है। यदि इसकी अक्ष पर तथा इसके केन्द्र से $' h '$ ऊँचाई पर, $( h << a )$, विद्युत क्षेत्र $' Ch '$ हो तो, $' C '$ का मान है :
कोई आवेशित गेंद $B$ किसी सिल्क की डोरी $S$ से लटकी है, जो आरेख में दर्शाए अनुसार, किसी बड़ी आवेशित चालक शीट $P$ के साथ $\theta $ कोण बनाती है। सीट का पृष्ठीय आवेश घनत्व $\sigma $ किसके समानुपाती है