$20\, \mu\, C$ तथा $-5 \,\mu\, C$ आवेशों के दो कण $A$ और $B , 5\,cm$ दूरी पर स्थिर रखे जाते है। किस स्थिति पर तीसरा आवेश रखा जाए कि, वह कोई बल अनुभव न करे?
$20\, \mu\, C$ आवेश से निकाय के बायीं तरफ $5\, cm$ दूरी पर
$-5 \,\mu \,C$ आवेश से दाहिनी तरफ $5 \,cm$ दूरी पर
दोनों आवेशों के बीच $-5\, \mu\, C$ आवेश से $1.25\, cm$ पर
दोनों आवेशों के मध्य बिन्दु पर
समकोण त्रिभुज $OAB$ के बिन्दु $A$ तथा $B$ पर आवेश $Q _{1}$ तथा $Q _{2}$ रखे हैं (चित्र देखिये)। यदि बिन्दु $O$ पर वैधुत क्षेत्र कर्ण के लम्बवत् है तो आवेशों का अनुपात $Q_{1} / Q_{2}$ किसके समानुपाती होगा ?
$(a)$ किसी यादच्छिक स्थिर वैध्यूत क्षेत्र बिन्यास पर विचार कीजिए। इस विन्यास की किसी शून्य-विक्षेप स्थिति ( null-point, अर्थात् जहाँ $E =0$ ) पर कोई छोटा परीक्षण आवेश रखा गया है। यह दर्शाइए कि परीक्षण आवेश का संतुलन आवश्यक रूप से अस्थायी है।
$(b)$ इस परिणाम का समान परिमाण तथा चिह्नों के दो आवेशों (जो एक-दूसरे से किसी दूरी पर रखे हैं) के सरल विन्यास के लिए सत्यापन कीजिए।
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक है
$q$ परिमाण के अनन्त आवेश $x$-अक्ष पर $x$ =$1\,, 2\,, 4\,, 8...$ मीटर दूरियों पर रखे हैं। इन आवेशों के कारण $x = 0$ पर विद्युत क्षेत्र का मान होगा
मिलिकन तेल बूँद प्रयोग में $2.55 \times 10^{4} \,N C ^{-1}$ के नियत विध्यूत क्षेत्र के प्रभाव में $12$ इलेक्ट्रोंन आधिक्य की कोई तेल बूँद स्थिर रखी जाती है। तेल का घनत्व $1.26\, g cm ^{-3}$ है। बूँद की त्रिज्या का आकलन कीजिए $\left(g=9.81 m s ^{-2} ; e=1.60 \times 10^{-19} C \right) 1$