किसी वर्ग के चार कोनों पर बिन्दु आवेश $-Q,-q, 2 q$ तथा $2 Q$ क्रमशः रखे गये हैं। $Q$ तथा $q$ के बीच क्या संबंध होना चाहिये, ताकि वर्ग के केन्द्र पर विभव शून्य हो जाए :
$Q = - q$
$Q=-$$\;\frac{1}{q}$
$\;Q = q$
$Q=$$\frac{1}{q}$ $\;$
${q_1} = 2\,\mu C$ और ${q_2} = - 1\,\mu C$ के दो बिन्दु आवेश क्रमश: $x = 0$ और $x = 6$ बिन्दुओं पर स्थित हैं। विद्युत विभव निम्नलिखित बिन्दुओं पर शून्य होगा
एक पतले गोलीय कोश (shell) का केन्द्र उद्गम पर है व त्रिज्या $R$ है। उस पर धनावेश इस प्रकार वितरीत है कि पष्ठ-घनत्व एकसमान है। विधुत क्षेत्र के मान $|\vec{E}(r)|$ और विधुत -विभव $V(r)$ का , केन्द्र से दूरी $r$ के साथ बदलाव का सर्वोत्तम वर्णन किस ग्राफ में है।
एक ठोस चालक गोले का आवेश $Q$ है, इसके चारों और अनावेशित संकेन्द्रीय गोलीय कोश है। ठोस गोले की सतह और खोखले गोलीय कोश की बाह्य सतह के बीच विभवान्तर $V$ है। यदि अब कोश पर आवेश $-3Q$ है, तो दो समान सतहों के बीच विभवान्तर.......$V$ है
एक चालक गोले की त्रिज्या $R$ है। इस पर $Q$ आवेश है। गोले के केन्द्र पर विधुत विभत तथा विधुत क्षेत्र क्रमशः हैं
यदि किसी आवेशित गोलीय चालक जिसकी त्रिज्या $10\,cm$ है के केन्द्र से $5\,cm$ की दूरी पर विभव $V$ है, तो इसके केन्द्र से $15\,cm$ दूरी पर विभव होगा