$r$ तथा $R$ त्रिज्या $( > r)$ के दो संकेन्द्रीय एवं खोखले गोलों पर आवेश $Q$ इस प्रकार से वितरित है कि इनके पृष्ठीय आवेश घनत्व समान हैं। इनके उभयनिष्ठ केन्द्र पर विभव होगा

  • [AIEEE 2012]
  • [IIT 1981]
  • [JEE MAIN 2020]
  • A

    $\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}}\frac{{\left( {R - r} \right)Q}}{{\left( {{R^2} + {r^2}} \right)}}$

  • B

    $\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}}\frac{{\left( {R + r} \right)Q}}{{2\left( {{R^3} + {r^3}} \right)}}$

  • C

    $\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}}\frac{{\left( {R + r} \right)Q}}{{\left( {{R^2} + {r^2}} \right)}}$

  • D

    $\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}}\frac{{\left( {R - r} \right)Q}}{{2\left( {{R^2} + {r^2}} \right)}}$

Similar Questions

एक समद्विबाहु त्रिभुज के $B$ व $C$ शीर्षों पर $ + \,q$ तथा $ - \,q$ आवेश रखे गये हैं शीर्ष $A$ पर विभव होगा

  • [AIIMS 2002]

$R$ त्रिज्या के एक खोखले धात्विक गोले को $Q$ आवेश दिया गया है। इसके केन्द्र पर विभव होगा

$4$ सेमी त्रिज्या वाले गोले को $6$ सेमी त्रिज्या वाले खोखले गोले के भीतर लटकाया गया है। अन्दर वाले गोले को $3\, e.s.u.$ विभव तक आवेशित किया गया है तथा बाहर वाला गोला पृथ्वी से जुड़ा है। अन्दर वाले गोले पर आवेश.......$e.s.u.$ है

किसी निश्चित आवेश वितरण में, शून्य विभव वाले बिन्दुओं को एक वृत्त $S$ के द्वारा जोड़ा गया है। $S$ के अंदर स्थित बिन्दुओं के विभव धनात्मक हैं। तथा बाहर स्थित बिन्दुओं के विभव ऋणात्मक हैं। एक धनात्मक आवेश जो कि गति करने के लिये स्वतंत्र है, $S$ के अंदर रखा गया है

एक चालक गोले की त्रिज्या $R$ है। इस पर $Q$ आवेश है। गोले के केन्द्र पर विधुत विभत तथा विधुत क्षेत्र क्रमशः हैं

  • [AIPMT 2014]