नीचे दो कथन दिए गए हैं:
कथन $I$ : परमाणु वैध्रुत उदासीन होते हैं क्योंकि इनमें समान संख्या में धनात्मक तथा ऋणात्मक आवेश होते हैं।
कथन $II$ : प्रत्येक तत्व के परमाणु स्थाई होते हैं तथा अपना अभिलाक्षणिक स्पैक्ट्रम उत्सर्जित करते हैं।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए:
कथन $I$ सही है परंतु कथन $II$ गलत है।
कथन $I$ गलत है परंतु कथन $II$ सही है।
कथन $I$ व कथन $II$ दोनों सही हैं।
कथन $I$ व कथन $II$ दोनों गलत हैं।
रदरफोर्ड के प्रकीर्णन प्रयोग में जब आवेश $Z_{1}$ और द्रव्यमान $M _{1}$ का प्रक्षेप्य आवेश $Z _{2}$ और द्रव्यमान $M _{2}$ के लक्ष्य केन्द्रक तक पहुँचता है तो निकटतम पहुँच की दूरी $r _{0}$ होती है। प्रक्षेप्य की ऊर्जा :-
रदरफोर्ड के प्रकीर्णन प्रयोग में $\alpha $ प्रकीर्णन की स्थिति में संघट्ट प्राचल $b = 0$ के लिये सही कोण .....$^o$ होगा
$\frac{1}{2} m v^{2}$ ऊर्जा का एक अल्फा कण-नाभिक, $Z e$ आवेश के एक भारी नाभिकीय लक्ष्य पर टकराता है। अल्फा-नाभिक के लिये समीपतम पहुँचने की दूरी, निम्नांकित में किसके अनुक्रमानुपाती होगी?
किसी परमाणु के नाभिक द्वारा एकसाथ प्रकीर्णित समान ऊर्जा के चार $\alpha - $ कणों के पथों को चित्रानुसार प्रदर्शित किया गया है। कौन सा पथ सम्भव नहीं है
$5 \,MeV$ ऊर्जा का एक अल्फा कण एक स्थिर यूरेनियम नाभिक से $180^o$ के कोण पर प्रकीर्ण होता है। $\alpha - $ कण की नाभिक के निकटतम आने की दूरी का कोटि मान है