इलेक्ट्रॉन का कक्षीय त्वरण है    

  • A

    $\frac{{{n^2}{h^2}}}{{4{\pi ^2}{m^2}{r^3}}}$

  • B

    $\frac{{{n^2}{h^2}}}{{2{n^2}{r^3}}}$

  • C

    $\frac{{4{n^2}{h^2}}}{{{\pi ^2}{m^2}{r^3}}}$

  • D

    $\frac{{4{n^2}{h^2}}}{{4{\pi ^2}{m^2}{r^3}}}$

Similar Questions

$5 \,MeV$ ऊर्जा का एक अल्फा कण एक स्थिर यूरेनियम नाभिक से $180^o$ के कोण पर प्रकीर्ण होता है। $\alpha  - $ कण की नाभिक के निकटतम आने की दूरी का कोटि मान है

  • [AIEEE 2004]
  • [IIT 1981]

जब इलेक्ट्रॉनों को त्वरित करने वाले विभवान्तर को एक क्रांतिक मान से अधिक मान तक बढ़ाया जाता है, तो

नीचे दो कथन दिए गए है :

कथन-$I$ : परमाणु का अधिकतम द्रव्यमान तथा इसका समस्त धनावेश एक छोटे से भाग नाभिक में पाया जाता है तथा इलेक्ट्रॉन इसके चारों और परिक्रमा करते है, यह रदरफोर्ड मॉडल है।

कथन-$II$ : परमाणु धनावेश का एक गोलीय बादल है जिसमें इलेक्ट्रॉन धंसे रहते है, यह रदरफोर्ड मॉडल का एक विशिष्ट रूप है।

उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए।

  • [JEE MAIN 2024]

$\sqrt{ d _1}$ तथा $\sqrt{ d _2}$ प्रकीर्णन कोण क्रमश: $60^{\circ}$ तथा $90^{\circ}$ के संगत संघट्ट प्राचल है, जब एक $\alpha$ कण स्वर्ण नाभिक की ओर पहुँच रहा है। यदि $d _1= x$ $d _2$ है तो $x$ मान ज्ञात कीजिये।

  • [JEE MAIN 2022]