जब घन के प्रत्येक कोने पर समान आवेश $ - q$ स्थित है। यदि घन की प्रत्येक भुजा की लम्बाई $ b$ है तो इसके केन्द्र पर रखे $ + q$ आवेश की स्थितिज ऊर्जा होगी

  • [AIPMT 2002]
  • A

    $\frac{{8\sqrt 2 {q^2}}}{{4\pi {\varepsilon _0}b}}$

  • B

    $\frac{{ - 8\sqrt 2 {q^2}}}{{\pi {\varepsilon _0}b}}$

  • C

    $\frac{{ - 4\sqrt 2 {q^2}}}{{\pi {\varepsilon _0}b}}$

  • D

    $\frac{{ - 4{q^2}}}{{\sqrt 3 \pi {\varepsilon _0}b}}$

Similar Questions

धातु के एक गोले पर आवेश $10\,\mu C$ है। एक एकांक ऋणात्मक आवेश को गोला $A$ से $B$ तक लाया जाता है जो धातु के गोले से दोनों ओर $100$ सेमी दूर है। परन्तु $A$ गोले के पूर्व में तथा $B$ गोले के पश्चिम में है। इस क्रिया में किया गया कार्य ........$joule$ होगा

एक $\alpha $-कण को $200\,V$ विभवान्तर से त्वरित किया जाता है। इसकी गतिज ऊर्जा में वृद्धि ....... $eV$ होगी

जब $3$ कूलॉम आवेश को एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखा जाता है तो यह  $3000$ न्यूटन बल अनुभव करता है। $1$ सेमी की दूरी पर स्थित दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर ......वोल्ट है

$5$ कूलॉम का एक आवेश $0.5\,m$ से विस्थापित किया जाता है। इस प्रक्रिया में किया गया कार्य $10$ जूल है। दोनों बिन्दुओं के बीच विभवान्तर ........$V$ होगा

दो आवेश $+ q$ और $- q$ चित्र में क्रमानुसार $A$ और $B$ बिन्दुओ पर स्थित हैं। उनके बीच की दूरी $2 L$ है। $A$ और $B$ के बीच $C$ मध्य बिन्दु है। एक अन्य आवेश $+ Q$ को $CRD$ अर्धवृत्त पर चलाने से किया गया कार्य होगा-

  • [AIPMT 2007]