एक समकोण समद्विबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर तीन आवेश $Q, + q$ तथा $ + q$ चित्रानुसार रखे हैं इस व्यवस्था की कुल स्थिर विद्युतीय ऊर्जा शून्य होगी यदि $Q$ बराबर है
$\frac{{ - q}}{{1 + \sqrt 2 }}$
$\frac{{ - 2q}}{{2 + \sqrt 2 }}$
$ - 2q$
$ + q$
चार समान बिन्दु आवेशों प्रत्येक $Q$ को $x y$ तल में बिन्दु $(0,2),(4,2),(4,-2)$ तथा $(0,-2)$ पर रखा गया है। निर्देशांक निकाय के मूलबिन्दु पर पांचवे आवेश $Q$ को रखने के लिए आवश्यक कार्य का मान होगा।
एक कण, जिसकी संहति इलेक्ट्रॉन की संहति से $400$ गुना व आवेश इलेक्ट्रॉन के आवेश का दो गुना है,$ 5\,V$ विभवान्तर के द्वारा त्वरित किया जाता है। यदि कण प्रारम्भ में स्थिर था, तो उसकी अन्तिम गतिज ऊर्जा ........$eV$ होगी
दो समान बिन्दु आवेश $x-$अक्ष पर $x = - a$ तथा $x = + a$ पर स्थिर है। अन्य बिन्दु आवेश $Q$ को मूल बिन्दु पर रखा गया है। जब इसे $x$-अक्ष के अनुदिश अल्प दूरी $x$ तक विस्थापित किया जाता है, तो $Q$ की विद्युत स्थतिज ऊर्जा में परिवर्तन अनुक्रमानुपाती होगा, लगभग
एक वर्ग की प्रत्येक भुजा की लम्बाई $'a'$ है, इसके चारों कोनों पर $4$ समान $Q$ आवेशों को रखा जाता है। उसके केन्द्र से अनन्त तक
$-Q$ आवेश को हटाने में किया गया कार्य है
$R$ त्रिज्या के एक गोलीय कवच के पृष्ठ पर कुल आवेश $+Q$ एकसमान रूप से फैला हुआ है। गोलीय कवच का केंद्र मूल बिन्दु $( x =0)$ पर स्थित है। बहुत दूरी पर स्थित दो बिन्दु आवेशों $+q$ तथा $-q$ को लाकर एक के बाद एक $x=-a / 2$ तथा $x=+a / 2( < R)$ Work done = ......