यदि परमाणु $_{100}F{m^{257}}$ बोहर मॉडल का पालन करें तथा $_{100}F{m^{257}}$ की त्रिज्या बोहर त्रिज्या की $n$ गुनी हो तो $n$ का मान है
$100$
$200$
$4$
$0.25$
यदि ${90^o}$ कोण पर प्रकीर्णित कण $56$ हों तो ${60^o}$ कोण पर यह होंगे
हाइड्रोजन परमाणु का आयनन विभव $13.6 eV$ है। हाइड्रोजन परमाणुओं को $12.1eV$ फोटॉन ऊर्जा के एकवर्णी विकिरण द्वारा मूल अवस्था से उत्तेजित किया जाता है। बोहर के सिद्धान्तानुसार, हाइड्रोजन परमाणुओं द्वारा उत्सर्जित वर्णक्रम रेखायें होंगी
किसी कक्षा में घूम रहे इलेक्ट्रॉन के आवर्तकाल एवं इसकी कक्षा संख्या के बीच सही सम्बन्ध है
हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में, लाइमन श्रेणी में सबसे बड़ी तरंगदैध्र्य एवं बामर श्रेणी में सबसे बड़ी तरंगदैध्र्य का अनुपात है
यदि रदरफोर्ड प्रयोग में, ${90^o}$ कोण पर प्रकीर्णित कणों की संख्या $28/$ मिनट है। तो ${60^o}$ तथा ${120^o}$ कोण पर प्रकीर्णित कणों की संख्याऐं होंगी