यदि किसी भौतिक राशि की विमाएँ $M ^{ a } L ^{ b } T ^{ c }$ से सूचित की गई हों तो यह
वेग होगी यदि $a=1,b=0$ और $c=-1$ हैं |
त्वरण होगी यदि $a=1,b=1$ और $c=-2$ हैं |
बल होगी यदि $a=0,b=-1$ और $c=-2$ हैं |
दाब होगी यदि $a=1,b=-1$ और $c=-2$ हैं |
यदि प्रकाश का वेग $(c)$, गुरुत्वाकर्षण नियतांक $(G)$ तथा प्लांक नियतांक $(h)$ को मूल मात्रक माना जाए तब नई पद्धति में द्रव्यमान की विमा होगी
ज्योति फ्लक्स की विमा होगी
$M{L^{ - 1}}{T^{ - 2}}$ प्रदर्शित करता है
यदि प्रकाश का वेग $(c)$, गुरुत्वीय त्वरण $(g)$ तथा दाब $(P)$ को मूल राशि माना जाए तो, गुरुत्वाकर्षण नियतांक की विमा होगी
समतलीय कोण एवं घन कोण में होता है :