यदि किसी पिण्ड की गतिज ऊर्जा में $0.1\%$ की वृद्धि होती है, तो उसके संवेग में प्रतिशत वृद्धि ........... $\%$ होगी
$0.05$
$0.1$
$1$
$10$
$m$ द्रव्यमान व $l$ लम्बाई के एक सरल लोलक का गोलक क्षैतिज दिशा से छोड़ा जाता है। यह गोलक समान द्रव्यमान के पिण्ड, जो क्षैतिज चिकनी सतह पर रखा है, को प्रत्यास्थ टक्कर मारता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा होगी
किसी पिण्ड की गतिज ऊर्जा तथा चाल के बीच ग्राफ खींचा जाये तो उसकी प्रकृति होगी
${m_1}$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड ${v_1}$वेग से गतिशील है, तथा ${m_2}$द्रव्यमान का एक अन्य पिण्ड ${v_2}$ वेग से गतिशील है। दोनों पिण्डों के संवेग समान परंतु गतिज ऊर्जा भिन्न, व क्रमश: ${E_1}$व ${E_2}$ हैं। यदि ${m_1} > {m_2}$ तब
एक बम को स्थिर रखा गया है। अचानक इसमें विस्फोट होता है तथा यह $1 \,g$ तथा $3\;g$ के टुकड़ों में टूट जाता है। टुकड़ों की कुल गतिज ऊर्जा $6.4 \times {10^4}J$ है। छोटे टुकड़े की गतिज ऊर्जा होगी
एक हल्के एवं भारी पिण्ड की गतिज ऊर्जायें समान हैं, तो किसका संवेग अधिक होगा