यदि सरल लोलक का धातु का बना गोलक, लकड़ी के गोलक से बदल दिया जाए तब इसका आवर्तकाल

  • [AIIMS 1998]
  • [AIIMS 1999]
  • A

    बढ़ेगा

  • B

    घटेगा

  • C

    अपरिवर्तित रहेगा

  • D

    पहले बढ़ेगा फिर घटेगा

Similar Questions

एक प्रयोग में, $1 \;m$ लम्बाई की एक सरल दोलक का आवर्त काल निकालने हेतु उसको $r _{1}$ तथा $r _{2}$ त्रिज्याओं के अलग-अलग गोलाकार लोलक से जोड़ा जाता है। दोनों गोलाकार लोलकों के द्रव्यमान वितरण एक समान हैं। यदि आवर्तकालों का सापेक्ष अंतर $5 \times 10^{-4} \;s$ पाया गया हो तो उनकी त्रिज्याओं में अन्तर, $\left|r_{1}-r_{2}\right|$ का निकटतम मान होगा

  • [JEE MAIN 2017]

एक प्लेट आवर्तकाल $T$ से दोलन कर रही है। अचानक एक अन्य प्लेट प्रथम प्लेट पर रख दी जाती है। इसका आवर्तकाल

$l$ लम्बाई के एक सरल लोलक में पीतल का गोलक (Bob) लगा है और उसका आवर्तकाल $T$ है। यदि इसके स्थान पर उतना ही बड़ा स्टील का गोलक (Bob) जिसका घनत्व पीतल से $x$ गुना है, लगाया जाये और लोलक की लम्बाई बदल दी जाये, जिससे उसका आवर्तकाल $2T$ हो जाये, तो नई लम्बाई होगी

एक सरल लोलक का आवर्तकाल $T$ है। यदि लोलक की लम्बाई $21\% $ बढ़ा दी जाये तो इसका आवर्तकाल कितने ....  $\%$ प्रतिशत बढ़ जायेगा

  • [AIEEE 2003]

एक $r$ त्रिज्या का गोला, $R$ वक्रता त्रिज्या के अवतल दर्पण पर रखा है। इस व्यवस्था को क्षैतिज टेबिल पर रख दिया जाता है। यदि गोले को मध्यमान स्थिति से थोड़ा विस्थापित कर छोड दिया जाये तो वह सरल आवर्त गति करने लगता है। इसके दोलन का आवर्तकाल होगा (अवतल दर्पण का पृष्ठ घर्षण रहित एवं फिसलने वाला है न कि लुढ़कने वाला)