दो प्रोटॉन, दो न्यूट्रॉन तथा एक प्रोटॉन व एक न्यूट्रॉन के बीच नाभिकीय बल को $F_{pp} , F_{nn} , F_{pn}$ कहते हैं, तो
$F_{pp} < F_{pn} = F_{nn}$
$F_{pp} > F_{pn} = F_{nn}$
$F_{pp} = F_{pn} = F_{nn}$
$F_{pp} < F_{pn} < F_{nn}$
न्यूट्रॉन की खोज की थी
नाभिकीय अभिक्रिया $_{92}{U^{238}}{ \to _z}T{h^A}{ + _2}H{e^4}$ में $A$ और $Z$ के मान हैं
दो केन्द्रकों की द्रव्यमान संख्याओं का अनुपात $1: 3$ है। उनके केन्द्र की घनत्वों का अनुपात होगा
एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)
प्रोटॉन का न्यूट्रॉन में क्षय।