यदि एक साबुन के बुलबुले की त्रिज्या, दूसरे अन्य साबुन के बुलबुले की त्रिज्या की चार गुनी हो तो उनके दाबों का अनुपात होगा
$1:4$
$4:1$
$16:1$
$1:16$
वर्षा की एक बूँद का व्यास $0.02$ सेमी है। यदि वर्षा के जल का पृष्ठ तनाव $72 \times {10^{ - 3}}$ न्यूटन प्रति मीटर है, तो बूँद के भीतर तथा बूँद के बाहर दाब का अंतर होगा
पृष्ठीय तनाव $2.5 \times 10^{-2}\; N / m$ के किसी डिटरजैन्ट विलयन से 1 mm त्रिज्या का कोई साबुन का बुलबुला फुलाया गया है। इस बुलबुले के भीतर का दाब किसी पात्र में भरे जल के मुक्त पृष्ठ के नीचे किसी बिन्दु Z 0 पर दाब के बराबर है। g = 10 m / s 2 तथा जल का घनत्व = 10 3 k g / m 3 लेते हुए, Z 0 का मान है
यदि काँच की दो प्लेटों के बीच में जल की एक पतली परत हो (आरेख देखिये) तो उन प्लेटों को खींचकर अलग करना बहुत कठिन होता है।
इसका कारण यह है कि, जल, किनारों पर सिलिंडरी (बेलनाकार) सतहें बना देता है जिससे वायुमंडल की तुलना में वहाँ दाब कम हो जाता है। यदि इस सिलिंडरी सतह (पृष्ठ) की त्रिज्या $R$ है तथा जल का पृष्ठ तनाव $T$ है तो, दो प्लेटों के बीच जल में दाब कितना कम होगा ?
निम्न चित्र में केशनली, जिसमें टोंटियाँ $S,\,{S_1},\,{S_2}$ व ${S_3}$ लगी हैं, द्वारा बनाये गये साबुन के बुलबुले $A,\,B$ व $C$ प्रदर्शित हैं। टोंटी $S$ बन्द है जबकि ${S_1},\,{S_2}$ व ${S_3}$ खुली हुर्इ हैं, तब
एक $0.7$ सेमी व्यास वाले साबुन के घोल के बुलबुले के अन्दर वायु का दाब, बाहर के दाब से $8$ मिमी पानी के बराबर अधिक है। साबुन के घोल का पृष्ठ तनाव ........ डाइन/सेमी होगा