निम्न चित्र में केशनली, जिसमें टोंटियाँ $S,\,{S_1},\,{S_2}$ व ${S_3}$ लगी हैं, द्वारा बनाये गये साबुन के बुलबुले $A,\,B$ व $C$ प्रदर्शित हैं। टोंटी $S$ बन्द है जबकि ${S_1},\,{S_2}$ व ${S_3}$ खुली हुर्इ हैं, तब
$A$ व $70\,N/{m^2}$ के आयतनों के बढ़ने के साथ $B$ कम होना शुरु कर देगा
$A$ व $B$ के आयतनों के बढ़ने के साथ $C$ कम होना शुरु कर देगा
$B$ के आयतन के बढ़ने के साथ $A$ व $C$ दोनों कम होना प्रारम्भ कर देंगे
सन्तुलन की स्थिति में $A,\,B$ व $C$ के आयतन बराबर होंगे
जेगर विधि (Jager’s method) में बुलबुले के फूटने के समय
साबुन के दो बुलबुले जिनकी त्रिज्यायें असमान हैं, एक दूसरे के सम्पर्क में संचारी स्थिति में हैं, तो
किसी नली के मुँह पर यांत्रिक पम्प द्वारा फुलाया गया साबुन का एक बुलबुला सयम के साथ नियत दर बढ़ता जाता है। बुलबुले के अंदर दाब की समय पर निर्भरता को सही तरीके से दर्शाने वाला आरेख होगा?
साबुन के एक बुलबुले में दाब आधिक्य साबुन के दूसरे बुलबुले का $3$ गुना है, उनके आयतनों का अनुपात है
यदि एक साबुन के बुलबुले की त्रिज्या, दूसरे अन्य साबुन के बुलबुले की त्रिज्या की चार गुनी हो तो उनके दाबों का अनुपात होगा