किसी क्षेत्र में विभव को,

$V (x, y, z)=6 x-8 x y-8 y+6 y z$

से, निरूपित किया जाता है, जहां $V$ वोल्ट में तथा $x, y,$ $z$ मी में हैं। तो बिन्दु $(1,1,1)$ पर स्थित $2$ कूलॉम आवेश द्वारा अनुभव विधुत बल होगा:-

  • [AIPMT 2014]
  • A

    $6$$\sqrt 5 $ $ N$

  • B

    $30\,\, N$

  • C

    $24\,\,N$

  • D

    $4$$\sqrt {35} $ $N$

Similar Questions

बिन्दु $( x , y , z )$ पर वैधुत विभव $: V =- x ^{2} y - xz ^{3}+4$ है। इस बिन्दु पर वैधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ होगा:-

  • [AIPMT 2009]

दो समान्तर पट्टिकाओं के बीच की दूरी $5\,mm$ है और इनके बीच $50\,V$ का विभवान्तर है। ${10^{ - 15}}\,kg$ द्रव्यमान और ${10^{ - 11}}\,C$ कूलॉम आवेश वाला एक कण ${10^7}\,m/s$ के वेग से इसमें प्रवेश करता है। इस कण का त्वरण होगा

निम्नांकित चित्र एकसमान विद्युत क्षेत्र $\overrightarrow E $ में बिन्दुओं $A$, $B$ व $C$ की स्थितियाँ दर्शाता है। रेखा $AB$ विद्युत क्षेत्र रेखाओं के लम्बवत् तथा रेखा $BC$ विद्युत क्षेत्र रेखाओं के समान्तर है। तब निम्नलिखित में से कौन सही है जहाँ ${V_A} > {V_B}$ तथा ${V_C}$ क्रमश: बिन्दु $A$, $B$ तथा $C$ पर विद्युत विभव प्रदर्शित करते हैं

किसी बिन्दु पर विद्युत विभव $V =  - 5x + 3y + \sqrt {15} z$ से दिया जाता है। विद्युत क्षेत्र का परिमाण है

दो धातु की पट्टियाँ जिनके बीच विभवान्तर $800\,$वोल्ट है, क्षैतिज अवस्था में एक-दूसरे से $0.02\,$ मीटर की दूरी पर है। एक $1.96 \times {10^{ - 15}}$ किग्रा संहति का कण इनके बीच सन्तुलन में लटका है। यदि $e$ मूल आवेश हो, तो कण पर आवेश होगा