किसी विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र सदिश और चुम्बकीय क्षेत्र सदिश क्रमशः $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i }$ और $\overrightarrow{ B }$ $= B _{0} \hat{ k }$ हैं। इस विधुत चुम्बकीय तरंग की संचरण दिशा होगी।
$\hat{j}$
$(\hat{k})$
$(-\hat{k})$
$(-\hat{j})$
एक $LC$ अनुनादी परिपथ में $400\, pF$ धारिता का संधारित्र एवं $100\mu H$ का प्रेरकत्व जुड़ा है। यह एक एन्टीना से जुड़ा है एवं कम्पन करता है, तो विकरित विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैध्र्य होगी
यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंगों के विद्युत क्षेत्र तथा संचरण सदिश को $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ एवं $\overrightarrow{\mathrm{K}}$ से प्रदर्शित किया हो, तो चुम्बकीय क्षेत्र सदिश है ( $\omega$ - कोणीय आवृत्ति):
$27\, mW$ के एक लेसर किरणपुंज के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $10\, mm ^{2}$ है। इस विधुत चुम्बकीय तरंग के महत्तम वैधुत क्षेत्र का परिमाण .......$kV/m$ होगा। (दिया है निर्वात की विधुतशीलता $\epsilon_{0}=9 \times 10^{-12}\, SI$ मात्रक में प्रकाश की चाल $\left.c =3 \times 10^{8} \,m / s \right]:-$
निर्वात् में विद्युत चुम्बकीय तरंग का वेग विकिरण के स्रोत पर निम्न प्रकार निर्भर करता है
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग मुक्त आकाश में $x$-दिशा में गतिशील है। आकाश के एक विशेष बिन्दु पर तरंग का विधुत क्षेत्र घटक, एक समय पर $E =6$ $V m ^{-1} y$-दिशा में है। उसके संगत इसका चुम्बकीय क्षेत्र घटक $B$ होगा ?