किसी विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र सदिश और चुम्बकीय क्षेत्र सदिश क्रमशः $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i }$ और $\overrightarrow{ B }$ $= B _{0} \hat{ k }$ हैं। इस विधुत चुम्बकीय तरंग की संचरण दिशा होगी।
$\hat{j}$
$(\hat{k})$
$(-\hat{k})$
$(-\hat{j})$
विद्युत क्षेत्र $\left( E _0\right)=2.25\,V / m$ तथा चुम्बकीय $\left( B _0\right)=1.5 \times 10^{-8}\,T$ का एक विद्युत चुम्बकीय संदेश एक रेडार द्वारा भेजा जाता है, जो कि माध्यम में सीधी रेखा पर $3\,km$ दूर र्थित एक लक्ष्य से टकराता है। इसके बाद प्रतिध्वनि रेडार की ओर समान वेग से समान पथ में परावर्तित होती है। अगर संदेश $t _0$ पर रेडार से प्रेषित किया गया हो तो $..........\times 10^{-5}\,s$ समय में प्रतिध्वनि रेडार तक वापस आयेगी ।
ओजोन परत किनते तरंगदैर्ध्य के विकिरण को रोकती है ?
मुक्त आकाश में $v=23.9\, GHz$ की एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग धनात्मक $Z$-अक्ष की दिशा में संचरण कर रही है। इसमें विधुत क्षेत्र का अधिकतम मान $60\, V / m$ है। निम्न में से कौनसा विकल्प इस तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र के लिये स्वीकार्य है ?
वैद्युत चुम्बकीय तरंगे एक माध्यम में $2.0 \times 10^8\,m / s$ चाल से गति करती है। माध्यम की सापेक्षिक चुम्बकनशीलता $1.0$ है। माध्यम की सापेक्षिक विद्युतशीलता होगी :
$\lambda$ तरंगदैर्ध्य की एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $I$ है। यह धनात्मक $Y$-दिशा में गमन कर रही है। विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र के लिये दिये गये मान्य सम्बन्ध हैं