चित्र में $X-$ समय को एवं $Y$ एक रेडियोसक्रिय पदार्थ की सक्रियता को प्रदर्शित करते हैं। तब एक नमूने की सक्रियता किस वक्र के अनुरूप परिवर्ती है
$A$
$B$
$C$
$D$
दो रेडियोधर्मी पदार्थो ${X_1}$ तथा ${X_2}$ के क्षय नियतांक क्रमश: $10\lambda $ तथा $\lambda $ हैं। यदि प्रारम्भ में उनमें समान संख्या में नाभिक हों तो $\frac{1}{e}$ समय पश्चात् ${X_1}$ तथा ${X_2}$ में उपस्थित नाभिकों का अनुपात होगा
$30$ वर्ष में किसी रेडियोएक्टिव तत्व की नाभिकीय एक्टिवता अपनी प्रारम्भिक एक्टिवता की $\left(\frac{1}{8}\right)$ गुनी हो जाती है। इस रेडियोएक्टिव तत्व की अर्धायु $\dots$ वर्ष हैं।
एक स्थिर ${\pi ^0},$ दो $\gamma $-किरणों में विघटित होता है; ${\pi ^0} \to \gamma + \gamma $ तब
एक रेडियोएक्टिव नाभिक- $A$ जिसकी अर्द्ध -आयु $T$ है, का क्षय एक नाभिक- $B$ में होता है। समय $t=0$ पर कोई भी नाभिक- $B$ नहीं है। एक समय $t$ पर नाभिकों $B$ तथा $A$ की संख्या का अनुपात $0.3$ है तो $t$ का मान होगा:
एक रेडियोसक्रिय नाभिक
${ }_{\mathrm{Z}}^{\mathrm{A}} \mathrm{X} \rightarrow {}_{\mathrm{Z}-1}{\mathrm{B}} \rightarrow {}_{\mathrm{Z}-3 }\mathrm{C} \rightarrow {}_{\mathrm{Z}-2} \mathrm{D}$ क्रम में, जहाँ $\mathrm{Z}$ तत्व $\mathrm{X}$ का परमाणु संख्या है। क्रम में विघटित सम्भव कण हैं, क्रमशः :