निम्नलिखित में से बंध क्रम का सही क्रम है
$\mathrm{O}_{2}^{+}>\mathrm{O}_{2}>\mathrm{O}_{2}^{-}>\mathrm{O}_{2}^{2-}$
$\mathrm{O}_{2}>\mathrm{O}_{2}^{-}>\mathrm{O}_{2}^{2-}>\mathrm{O}_{2}^{+}$
$\mathrm{O}_{2}^{2-}>\mathrm{O}_{2}^{+}>\mathrm{O}_{2}^{-}>\mathrm{O}_{2}$
$\mathrm{O}_{2}^{+}>\mathrm{O}_{2}^{-}>\mathrm{O}_{2}^{2-}>\mathrm{O}_{2}$
स्पीशीज के जिस युग्म में आबन्ध क्रम एक समान है वह है
अणु कक्षक सिद्धान्त (Molecular Orbital Theory) के अनुसार
$(A)$ $C _2^{2-}$ प्रत्याशित रूप से प्रतिचुम्बकीय (diamagnetic) है
$(B)$ $O _2$ (t) की आबंध लम्बाई (bond length) प्रत्याशित रूप से $O _2$ की आबंध लम्बाई से लम्बी है
$(C)$ $N _2^{+}$तथा $N _2^{-}$की आबंध कोटि (bond order) समान है
$(D)$ $He _2{ }^{+}$की ऊर्जा दो एकल (isolated) $He$ परमाणुओं की ऊर्जा के समान है
$\mathrm{MO}$ सिद्धांत के अनुसार $\mathrm{O}_2^{2-}, \mathrm{CO}$ तथा $\mathrm{NO}^{+}$का आबन्ध क्रम क्रमशः है।
स्पीशीज $NO , NO ^{+}, NO ^{2+}$ तथा $NO ^{-}$में, वह एक जिसकी आबन्ध सामर्थ्य न्यूनतम है, होगी
निर्मित अणु कक्षक तथा संयुक्त होने वाले परमाणु कक्षकों के बीच ऊर्जा का अन्तर कहलाता है