$310 \,K$ पर जल का आयनिक गुणनफल $2.7 \times 10^{-14}$ है। इसी तापक्रम पर उदासीन जल की $pH$ ज्ञात कीजिए।
Ionic product, $K_{w}=\left[ H ^{+}\right]\left[ OH ^{-}\right]$
Let $\left[ H ^{+}\right]=x$
Since $\left[ H ^{+}\right]=\left[ OH ^{-}\right], K_{ w }=x^{2}$
$\Rightarrow K_{ w }$ at $310 \,K$ is $2.7 \times 10^{-14}$.
$\therefore 2.7 \times 10^{-14}=x^{2}$
$\Rightarrow x=1.64 \times 10^{-7}$
$\Rightarrow\left[ H ^{+}\right]=1.64 \times 10^{-7}$
$\Rightarrow pH =-\log \left[ H ^{+}\right]$
$=-\log \left[1.64 \times 10^{-7}\right]$
$=6.78$
Hence, the $pH$ of neutral water is $6.78$
$0.08\, M$ हाइपोक्लोरस अम्ल $(HOCl)$ के विलयन के $pH$ की गणना कीजिए। अम्ल का आयनन स्थिरांक $2.5 \times 10^{-5}$ है। $HOCl$ की वियोजन-प्रतिशतता ज्ञात कीजिए।
$0.006\,M$ बेन्जोइक अम्ल के विलयन की हाइड्रोजन आयन सान्द्रता होगी $({K_a} = 6 \times {10^{ - 5}})$
एक दुर्बल अम्ल $HA$ के लिए $K _{ a }$ का मान $1.00 \times 10^{-5}$ है। यदि अम्ल के $0.100$ मोल को एक लीटर पानी में घोला जाता है तो साम्यावस्था अम्ल का प्रतिशत वियोजन होगा
$0.1 \,M$ एसीटिक अम्ल विलयन का $pH$ $= 3$ है । अम्ल का वियोजन स्थिरांक होगा
कमरे के ताप पर एक $ 0.1\,N $ अम्लीय विलयन के आयनन की कोटि $0.1 $ है तो $O{H^ - }$ आयनों की सांद्रता होगी