यदि एक दुर्बल अम्ल के $0.1 \,M$ विलयन को स्थिर ताप पर $0.01\,M$ तक तनु किया गया हो तो क्या होगा
$[{H^ + }]$ $0.01\, M$ तक घटेगा
$pH$ घटेगा
प्रतिशत आयनन बढ़ेगा
${K_a}$ बढ़ेगा
एक अम्ल $HA $ का वियोजन स्थिरांक $1 \times {10^{ - 5}}$ है । अम्ल के $0.1 $ मोलर विलयन की $pH$ होगी
यह मानते हुए कि हाइड्रोलेसिस का क्रमांक (डिग्री) न्यून है, सोडियम ऐसीटेट के $0.1\; M$ विलयन $\left( K _{ a }=1.0 \times 10^{-5}\right)$ का $pH$ होगा।
दुर्बल अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक ${10^{ - 9}}$ है, तो इसके $0.1\, M $ विलयन की $\,\,pOH$ होगी
एसिटिक अम्ल का आयनन स्थिरांक $1.74 \times 10^{-5}$ है। इसके $0.05 \,M$ विलयन में वियोजन की मात्रा ऐसीटेट आयन सांद्रता तथा $pH$ का परिकलन कीजिए।
कमरे के ताप पर एक $ 0.1\,N $ अम्लीय विलयन के आयनन की कोटि $0.1 $ है तो $O{H^ - }$ आयनों की सांद्रता होगी