हीलियम नीयॉन लेजर $667\, nm$ तरंगदैर्ध्य का प्रकाश उत्पन्न करता है। उत्सर्जित शक्ति $9 \,mW$ है। इस प्रकाश पुंज द्वारा प्रकाशित लक्ष्य पर प्रति सैकण्ड पहुँचने वाले इलैक्ट्रॉनों की मध्यमान संख्या होगी

  • [AIPMT 2009]
  • A

    $3 \times  10^{16}$

  • B

    $9 \times  10^{15}$

  • C

    $3 \times  10^{19}$

  • D

    $9 \times 10^{17}$

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एक $2.48\, eV$ ऊर्जा वाले फोटॉन की तरंगदैध्र्य लगभग  ............ $ \mathring A $ है

एक $2 \,mW$ लेजर की तरंगदैर्ध्य $500\, nm$ है। इससे निकलने वाले प्रति सेकण्ड फोटॉनों की संख्या होगी।

[दिया है, प्लांक नियतांक $h =6.6 \times 10^{-34} \,Js$, प्रकाश की चाल $c =3.0 \times 10^{8} \,m / s$ ]

  • [JEE MAIN 2019]

एक स्त्रोत $S_{1}$ प्रति सेकंड $5000\;\mathring A$ तरंगदैर्ध्य के $10^{15}$ फोटॉन उत्पन्न करता है। एक अन्य स्त्रोत $S_{2} .5100 \;\mathring A$ तरंगदैर्ध्य के $1.02 \times 10^{15}$ फोटॉन प्रति सेकण्ड उत्पन्न करता है, तो $(S_{2}$ की शक्ति)/$(S_{1}$ की शक्ति) का मान होगा

  • [AIPMT 2010]

सोडियम धातु के पृष्ठ से उत्सर्जित सभी प्रकाशीय इलेक्ट्रॉन हैं

यदि हम फोटॉन की ऊर्जा को $keV$ में तथा तरंगदैध्र्य को एंगस्ट्रॉम में प्रदर्शित करें, तो फोटॉन की ऊर्जा निम्न संबंध से ज्ञात की जा सकती है