$4\ cm^2$ पृष्ठीय क्षेत्रफल वाली धात्विक सतह पर आपतित एकवण्री प्रकाश की तरंगदैध्र्य $3000\, \mathring A $ है। यदि प्रकाश की तीव्रता $150 mW/m^2$ है, तब लक्ष्य से टकराने वाले फोटॉनों की दर होगी

  • A
    $3 \times 10^{10}/sec$
  • B
    $9 \times 10^{13}/sec$
  • C
    $7 \times 10^{15}/sec$
  • D
    $6 \times 10^{19}/sec$

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प्रकाश वैद्युत प्रभाव में

$A$. प्रकाश धारा, आपतित विकिरण की तीव्रता के अनुक्रमानुपाती होती है।

$B$. जिस अधिकतम गतिज ऊर्जा से प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं, वह आपतित प्रकाश की तीव्रता पर निर्भर करती है।

$C$. जिस अधिकतम गतिज ऊर्जा से प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं, वह आपतित प्रकाश की आवृत्ति पर निर्भर करता है।

$D$. प्रकाश इलेक्ट्रोंनों के उत्सर्जन के लिए आपतित विकिरण की एक न्यूनतम देहली तीव्रता आवश्यक होती है।

$E$. प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा,आपतित प्रकाश की आवृत्ति पर निर्भर नहीं करती। नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनें:

  • [JEE MAIN 2023]

एक कण विराम द्रव्यमान शून्य और ऊर्जा एवं संवेग अशून्य हैं। इसकी गति होगी

$\lambda  = 150\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन और $\lambda  = 300\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन की ऊर्जाओं का अनुपात होगा

एक पदार्थ का कार्यफलन $3.0 \mathrm{eV}$ है। इस पदार्थ से प्रकाश इलेक्ट्रॉनों के उत्सर्जन के लिए आवश्यक अधिकतम तरंगदैर्ध्य लगभग है।

  • [JEE MAIN 2024]

प्रकाश-विधुत प्रभाव में आपतित फोटॉन की तरंगदैर्ध्य $\lambda$ है। तथा निरोधी विभव $V_0$ है। $V_0$ का $\lambda$ तथा $1 / \lambda$ के साथ सही ग्राफ है (है)

  • [IIT 2015]