$\lambda = 150\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन और $\lambda = 300\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन की ऊर्जाओं का अनुपात होगा
$2$
$1/4$
$4$
$1/2$
$450 nm$ तरंगदैध्र्य वाले फोटॉन की ऊर्जा होगी
प्रकाश विद्युत प्रभाव को निम्न के आधार पर समझा जा सकता है
कोई छोटी वस्तु जो कि विश्राम अवस्था में है, ये $20 \mathrm{~mW}$ शक्ति वाली प्रकाश स्पन्द को $300 \mathrm{~ns}$ के समयान्तराल तक अवशोषित करती है। माना प्रकाश की चाल $3.6 \times 10^6 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ है, वस्तु का संवेग $........\times 10^{-17} kg\,m / s$हो जाएगा :
एक लेसर द्वारा $6.0 \times 10^{14}\, Hz$ आवृत्ति का एकवर्णी प्रकाश पैदा किया जाता है। उत्सर्जित शक्ति $2 \times 10^{-3} \,W$ है। स्त्रोत से प्रति सेकेण्ड उत्सर्जित फोटानों की औसत संख्या होगी-
जब प्रकाश एक धातु की सतह पर आपतित होता है तो उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा निर्भर करती है