एक कण विराम द्रव्यमान शून्य और ऊर्जा एवं संवेग अशून्य हैं। इसकी गति होगी
$c$, (प्रकाश का निर्वात् में वेग) के बराबर
$c$ से अधिक
$c$ से कम
अनन्त की ओर अग्रसर
प्रकाश विद्युत प्रभाव को निम्न के आधार पर समझा जा सकता है
निम्नतम अवस्था में विद्यमान एक हाइड्रोजन परमाणु एक फोटॉन को अवशोषित करता है जो इसे $n=4$ स्तर तक उत्तेजित कर देता है। फोटॉन की तरंग दैर्ध्य तथा आवृत्ति ज्ञात कीजिए।
प्रकाश-विधुत प्रभाव में आपतित फोटॉन की तरंगदैर्ध्य $\lambda$ है। तथा निरोधी विभव $V_0$ है। $V_0$ का $\lambda$ तथा $1 / \lambda$ के साथ सही ग्राफ है (है)
$66 eV$ ऊर्जा वाले फोटॉन की आवृत्ति होगी