$NaCl,$ के संतृप्त विलयन में $HCl$ गैस प्रवाहित करने पर $NaCl$ की विलेयता
बढ़ती है
घटती है
अपरिवर्तित रहती है
$NaCl$ अपघटित हो जाता है
(b)सम आयन प्रभाव के कारण।
एक विलयन में $M{n^{2 + }},\,F{e^{2 + }},\,Z{n^{2 + }}$ और $H{g^{2 + }}$ प्रत्येक के ${10^{ – 3}}M$ हैं, इनको ${10^{ – 16}}M$ सल्फाइड आयनों के साथ अभिकृत करवाया जाता है, यदि $MnS,\,FeS,\,ZnS$ और $HgS$ के ${K_{sp}}$ क्रमश: ${10^{ – 15}},\,{10^{ – 23}},\,{10^{ – 20}}$ और ${10^{ – 54}}$ हैं, तो सबसे पहले कौन अवक्षेपित होगा
यदि $A{B_2}$ लवण का विलेयता गुणनफल $4 \times {10^{ – 12}}$ है, तो इसकी विलेयता ज्ञात कीजिए
${30\,^o}C,$ पर $A{g_2}C{O_3}$ की विलेयता $\,({K_{sp}} = 8 \times {10^{ – 12}})$ सबसे अधिक निम्न में से किसके एक लीटर में होगी
यदि $AgCl$ तथा $AgBr$ के विलेयता गुणनफल क्रमश: $1.0 \times {10^{ – 8}}\,M$ तथा $3.5 \times {10^{ – 13}}$ हैं तब इन लवणों की विलेयता ($'S'$ द्वारा प्रदर्शित) का आपस में सही सम्बन्ध होगा
$0.2\,\,M\,\,NaCl$ विलयन में $AgCl$ की विलेयता होगी $(AgCl$ के लिए ${K_{sp}}$$ = 1.20 \times {10^{ – 10}})$
Confusing about what to choose? Our team will schedule a demo shortly.