$0.5\,\,W/{m^2}$ तीव्रता के विकिरण किसी धात्विक प्लेट पर आपतित होते है। प्लेट पर आरोपित दाब होगा
$0.166 \times {10^{ - 8}}\,N/{m^2}$
$0.332 \times {10^{ - 8}}\,N/{m^2}$
$0.111 \times {10^{ - 8}}\,N/{m^2}$
$0.083 \times {10^{ - 8}}\,N/{m^2}$
विद्युत चुम्बकीय तरंग के औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व एवं कुल औसत ऊर्जा घनत्व का अनुपात होता है:
समय $t =0$ पर मुक्ताकाश में किसी समतल ध्रुवित विधुत चुम्बकीय तरंग का विधुत क्षेत्र निम्न व्यंजक द्वारा दिया जाता है :-
$\overrightarrow{ E }( x , y )=10 \hat{ j } \cos [(6 x +8 z )]$ चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }( x , z , t )$ है : ( $c$ प्रकाश का वेग है)
यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंगों के विद्युत क्षेत्र तथा संचरण सदिश को $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ एवं $\overrightarrow{\mathrm{K}}$ से प्रदर्शित किया हो, तो चुम्बकीय क्षेत्र सदिश है ( $\omega$ - कोणीय आवृत्ति):
व्योम में चल रही वैद्युत-चुम्बकीय तरंग के लिए सही विकल्प चुनिए।
$27\, mW$ के एक लेसर किरणपुंज के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $10\, mm ^{2}$ है। इस विधुत चुम्बकीय तरंग के महत्तम वैधुत क्षेत्र का परिमाण .......$kV/m$ होगा। (दिया है निर्वात की विधुतशीलता $\epsilon_{0}=9 \times 10^{-12}\, SI$ मात्रक में प्रकाश की चाल $\left.c =3 \times 10^{8} \,m / s \right]:-$