आवृत्ति $50\, MHz$ की समतल विध्युत चुम्बकीय तरंग धनात्मक $x -$ दिशा में, मुक्त आकाश में जा रही है। आकाश में एक निश्चित समय तथा बिन्दु पर विध्युत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=6.3 \hat{j}\, V / m$ है, तो इसके संगत चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }$ होगा :
$18.9 \times {10^{ - 8}}\,\hat kT$
$2.1 \times {10^{ - 8}}\,\hat kT$
$6.3 \times {10^{ - 8}}\,\hat kT$
$18.9 \times {10^{ 8}}\,\hat kT$
विद्युत चुम्बकीय तरंगें गमन करती हैं
यदि एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }=3 \times 10^{-8} \sin \left(1.6 \times 10^{3} x +48 \times 10^{10} t \right) \hat{ j } T$ हो, तो इसका विधुत क्षेत्र होगा।
वैद्युत चुम्बकीय तरंगे एक माध्यम में $2.0 \times 10^8\,m / s$ चाल से गति करती है। माध्यम की सापेक्षिक चुम्बकनशीलता $1.0$ है। माध्यम की सापेक्षिक विद्युतशीलता होगी :
$5\, GHz$ आवत्ति की कोई विधुत चुम्बकीय तरंग उस माध्यम में गमन कर रही है जिसका आपेक्षिक विधुत परावैधुतांक और चुम्बकीय पारगम्यता दोनों ही $2$ है। इस माध्यम में इस तरंग का वेग $.........\times 10^{7} \,m / s$ है ।
एक लेसर किरण पुंज को अपने तरंगदैध्र्य के वर्ग के बराबर क्षेत्रफल पर फोकस किया जा सकता है। यदि एक $He-Ne$ लेसर के द्वारा $1\,mW$ की दर से ऊर्जा प्रेषित की जाती है एवं इसका तरंगदैध्र्य $632.8 \,nm$ है, तो फोकस की गयी किरण पुंज की तीव्रता होगी